नथ
सात भाई बहिनों में रज्जू सबसे छोटा था , लाड़ प्यार में पला था रज्जू इसलिए थोड़ा बिगड़ भी गया था, पढ़ने में तो बिल्कुल मन नही था उसका, घर से स्कूल को निकलता, ओर रास्ते से ही गायब हो जाता, कई बार उसके बौज्यू ने इस कारण उसको चूटा ( पीटा ) भी ठहरा, पर मार का भी उसके ऊपर कोई असर नही हुआ।
रज्जू के बौज्यू ( पिता ) उसे समझाते समझाते थक गये की पढ़ लिख ले, नही तो कल पछतायेगा,पर रज्जू को तो बस अपने मन की करनी थी, सो उसने किसी की नही सुनी।
रज्जू के सारे भाई बहिन पढ़ लिख गये ओर रज्जू उनके सामने एक तरह से अनपढ़ सा रह गया, बड़ी बहिनों की अच्छे घरों में शादी हो गई ओर भाई अच्छी नौकरियों में लग गये,गाँव में रह गया तो सिर्फ रज्जू।
रज्जू पढ़ा लिखा तो था नही इसलिए उसे नौकरी में कौन रखता, इसलिए वो गाँव में रहकर ही खेती बाडी करने लगा, समय गुजरने के साथ भाईयों का विवाह भी हो गया, अब गाँव में रह गये तो रज्जू ओर रज्जू के ईजा बौज्यू ( माँ बाप ) ओर रज्जू से दो साल बड़ी एक बहिन , रज्जू खेती बाडी करता ओर अपने माँ बाप की सेवा करता।
रज्जू के सारे भाई बाहर बस चुके थे, उनका धीरे धीरे गाँव आना भी कम हो चला था, कोई बेहद जरुरी काम होता तो ही वो गाँव आते।
रज्जू भले ही पढ़ाई से जी चुराया करता था, पर वो मेहनती था, खेती बाडी के अतिरिक्त भी वो इधर उधर काम करके पैसे कमा लाता था, गुजर बसर ठीक चल रही थी, किसी के सामने हाथ फैलाने की आवश्यकता नही पड़ी थी उसे, इसी बीच उससे दो साल बड़ी बहिन की शादी तय हो गई, रज्जू के बौज्यू ( पिता ) ने सारे बेटों से अपनी अपनी हैसियत के अनुसार सहयोग करने को बोला सिवा रज्जू के , शायद उन्होने सोचा होगा की रज्जू कहाँ से लायेगा पैसे।
रज्जू को बुरा तो लगा ,पर अपने बौज्यू ( पिता ) की मन के भाव समझ कर चुप रह गया था, उसे अब पछतावा हो रहा था की ,वो भी पढ़ा लिखा होता ओर भाईयों की तरह नौकरी कर रहा होता तो, आज उसके बौज्यू ( पिता ) उसे भी सहयोग देने के लिये बोलते।
रज्जू को उस रात भर नींद नही आई थी,वो अपनी तरफ से सहयोग देना चाह रहा था, पर उसे बोला नही गया, उसमें उसकी गलती थी,क्योकिं आज वो जिस स्तिथि में था, कोई ओर भी उसे सहयोग देने के लिये नही बोलता, रज्जू ने सारी रात पछतावे में काट दी, उसका मन बड़ा उद्धेलित था, वो अपने आप को कोस रहा था की, उसने खुद के हाथों खुद की जिंदगी खराब कर दी थी, जिसके कारण उसे आज ये सब देखना पड रहा था।
घर में शादी की तैयारियाँ शुरू हो चुकी थी, रज्जू के भाई लोग धीरे धीरे करके सामान गाँव पहुँचाने लग गये थे, रज्जू की बडी बहिनें भी अपनी हैसियत अनुसार सामान लेकर आ गई थी, अब अगर कुछ बाकी था तो, वो था जेवरात, जिसे गाँव के सुनार वर्मा द्वारा बनाया जाना था।
रज्जू के बौज्यू ( पिता ) एक दिन सुनार के वहाँ गहने बनवाने पहुँचे, उन्होने गले का गलोबंद ,हाथ की पौजी ओर नथ तथा माँग टीका बनवाने के लिये सुनार को बोला,इस पर सुनार बोला ठाकुर साहब गलोबंद, पौजी, माँग टीका बना दूँगा जल्दी ही ,पर आपकी नथ तैयार है, आप चाहे आज ही ले जाओ ,ये सुन कर रज्जू के बौज्यू ( पिता ) आश्चर्यचकित होकर बोले, हमारी नथ किसने बनवाई, इस पर सुनार बोला - रज्जू आया था बोला दीदी की शादी के लिये 2.5 तोले की नथ बनानी है ,पूरे पैसे भी दे गया ,रज्जू के बौज्यू ( पिता ) सुनकर अवाक रह गये, उन्हें भरोसा ही नही हो रहा था की, उनके द्वारा नालायक समझे जाने वाला रज्जू ऐसा भी कर सकता है।
स्वरचित लघु कथा
सर्वाधिकार सुरक्षित
English version
Nose Ring
Rajju was the youngest of the seven siblings, Rajju was pampered, that's why he was a little spoiled, he did not feel like studying at all, he would leave the house to school, and would disappear on the way, many times his father did this Because he was beaten up, but even the beating did not have any effect on him.
Rajju's father got tired of explaining to him that he should read and write, otherwise he will repent tomorrow, but Rajju just had to do his mind, so he did not listen to anyone.
All the brothers and sisters of Rajju got educated and Rajju remained illiterate in a way in front of them, elder sisters got married in good homes and brothers got engaged in good jobs, if only Rajju remained in the village.
If Rajju was educated or not, who would have kept him in the job, that's why he started doing farming while staying in the village, with the passage of time, the brothers got married, now staying in the village, then Rajju and Rajju's parents and Rajju A two-year-old sister, Rajju used to do farming and serve her parents.
All the brothers of Rajju had settled outside, their coming to the village gradually decreased, they would come to the village only if there was some very important work.
Even though Rajju used to steal his life from studies, but he was hardworking, apart from farming, he used to earn money by working here and there, he was doing well, there was no need to stretch his hands in front of anyone, that's why. In between, the marriage of her two years elder sister was fixed, Rajju's father asked all the sons to cooperate according to their status except Rajju, perhaps they must have thought from where Rajju would get the money.
Rajju felt bad, but considering his father's sentiments, he kept silent, he was now regretting that, if he too would have been educated and working like brothers, today his bossy father is giving him too. Speak to help.
Rajju had not slept that night, he was trying to cooperate on his behalf, but he was not told, it was his fault, because in the condition he was in today, no one else spoke to help him, Rajju spent the whole night in remorse, his mind was very disturbed, he was cursing himself that he had spoiled his own life at his own hands, due to which he had to see all this today.
The preparations for the wedding had started in the house, Rajju's brothers slowly started transporting the goods to the village, Rajju's elder sisters had also brought the goods according to their status, now if there was anything left, it was the jewellery. Was to be built by village goldsmith.
Because of this, one day rajju father reached the goldsmith to make jewelry there, he asked the goldsmith to make a necklace, a jewel to wear in the hand and a nose ring and a jewelry to be worn in the head, on this the goldsmith said Thakur Sahib soon all the ornaments I will make it, but your noise ring is ready, if you want to take it today, Rajju's father was surprised to hear this, who made our nose ring, the goldsmith said on this - Rajju had come and said for sister's wedding. 2.5 Tola's nose ring has to be made, full money was also given, Rajju's father was speechless after hearing this, he could not believe that Rajju, who was considered unworthy by him, could do this too.
composed short story
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